प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को अपने समाज सुधार अभियान कार्यक्रम के तहत प्रदेश के सासाराम जिले में पहुंचे. यहां उन्होंने कार्यक्रम के तहत आयोजित सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने शराबबंदी को लेकर लोगों को जागरूक किया. साथ ही दहेज प्रथा और कन्या बाल विवाह जैसे कुरीतियों को समाज से उखाड़ फेंकने की लोगों से अपील की. उन्होंने महात्मा गांधी की बातों को दोहराते हुए कहा कि शराब बहुत गंदी चीज है. इसका सेवन एकदम नहीं करना है.
शराबियों की बिहार में नो एंट्री
लोगों से की ये आपील
उन्होंने कहा कि हमें साल 2005 में काम करने का मौका तब से हमने लगातार काम किया. हर एक क्षेत्र में विकास करने का काम किया गया है. लेकिन समाज की स्थिति ठीक नहीं होगी तो विकास का क्या मतलब. इसलिए समाज सुधार के लिए अभियान की शुरुआत कर दी है. हर ओर ध्यान दिया जा रहा है. लोगों से भी अपील है कि जो गड़बड़ी करे, उसके खिलाफ जुलूस निकालिए. पुलिस भी आपका साथ देगी हमने पुलिस को कह दिया है. गड़बड़ करने वालों पर कार्रवाई होगी.
दहेज प्रथा के संबंध में उन्होंने कहा कि अगर कहीं कोई दहेज लेता है, तो उसकी शादी में मत जाइए. मैंने भी इस संबंध में निश्चय कर लिया है. दो सालों से कोरोना का दौर था इसलिए लोगों से मिलने के चक्कर में इस बार हम नहीं देखे कि दहेज लिए कि नहीं लिए. लेकिन आगे तय कर लिए हैं कि कार्ड पर लिखा होगा कि दहेज मुक्त शादी है, तभी उसके घर जाएंगे. जब कोई उसके घर नहीं जाएगा तो लगेगा कि उसने गलती की है और इसका प्रभाव आगे देखने को मिलेगा.
Source : ABP News