बिहार के कई जिलों में दोपहर बाद अचानक से मौसम ने करवट बदल ली. भीषण गर्मी से जूझ रहे दक्षिण-पूर्व बिहार को मंगलवार को राहत मिली. मौसम के तेवर में अचानक से आए बदलाव के कारण प्रदेश के कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश होने लगी. इससे मौसम में ठंडकपन घुल गई और लोगों को झुलसाने वाली गर्मी से राहत मिली. बता दें कि पिछले कुछ दिनों से बिहार के कई हिस्सों में आंधी के साथ बारिश हुई है, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली. हालांकि, आंधी-बारिश से आम जनजीवन भी प्रभावित हुआ. मौसम विभाग ने प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश होने का पूर्वानुमान जताया था.
बिहार में दक्षिणी-पूर्वी हिस्से में मंगलवार को मौसम का मिजाज अचानक से बदल गया. आसमान में काले-काले बादल छा गए और बिजलियां चमकने लगीं. साथ ही तेज हवा भी चलने लगी. कुछ ही देर बाद झमाझम बारिश शुरू हो गई. बिहार के लखीसराय, मुंगेर, जमुई आदि जिलों में कहीं मध्यम दर्जे की बारिश तो तो कहीं बूंदाबांदी शुरू हो गई. बारिश और तेज ठंडी हवाओं के चलने से मौसम में ठंडकपन घुल गई, जिससे भीषण गर्मी से परेशान लोगों ने राहत की सांस ली. इस इलाके में पिछले कई दिनों से आमलोगों को झुलसाने वाली गर्मी का सामना करना पड़ रहा था. बारिश के कारण लोगों ने राहत की सांस ली.
प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश
बिहार के कई हिस्सों में पिछले कई दिनों से मौसम के तेवर बदलते रहे हैं. खासकर उत्तर बिहार के कई जिलों में आंधी के साथ बारिश हुई है. आंधी के कारण कई जगह पेड़ उखड़ गए तो कई जगहों पर बिजली के खंभे गिर गए. इन सबके बीच लोगों को झुलसाने वाली गर्मी से राहत मिली. प्रदेश में मार्च से ही मौसम के तेवर काफी तीखे हो गए थे. गर्मी का सितम शुरू हो गया था. इसके बाद अप्रैल और अब मई में लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा, लेकिन बारिश ने काफी हद तक राहत पहुंचाई.
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून
मौसम विज्ञानियों ने जून में बिहार समेत देश के अन्य हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के सक्रिय होने की संभावना जताई है. साथ ही मॉनसून के सामान्य रहने की संभावना भी जताई गई है. बता दें कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून का सामान्य होना खेती-किसानी के लिए काफी अच्छी खबर है. भारतीय कृषि काफी हद तक बारिश पर निर्भर है. मॉनसून के सामान्य होने से खेतीबारी भी अच्छी होती है.